हर सिख पिछड़े इलाकों में रहने वाले सिखों की सम्भाल के लिए आगे आये – जत्थेदार गुरिंदर सिंह राजा

हर सिख पिछड़े इलाकों में रहने वाले सिखों की सम्भाल के लिए आगे आये – जत्थेदार गुरिंदर सिंह राजा

गुरु साहिब से ख़ुशियाँ पाने के लिए हम साल में कई बार नगर कीर्तन निकालते हैं और लंगर लगाते हैं। गुरु साहिब का आशीर्वाद पाने के लिए हम शारीरिक रूप से हर संभव सेवा करते हैं। लेकिन कुछ गांव ऐसे भी हैं जो न सिर्फ सरकारी सुविधाओं से दूर हैं बल्कि संपर्क या आवाजाई के अभाव के कारण सिखी से भी दूर हैं. कई गांव तो ऐसे हैं जहां 75 साल बाद पहली बार नगर कीर्तन निकाला गया और दूसरे गांव से पंज प्यारे भी आए। आज हम सभी को माखन शाह लुभाना की तरह उन गांवों की तलाश करनी है और उनकी मदद कर उन्हें सिखी की ओर लौटाने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए ता कि पिछड़े गांवों की समृद्धि के पीछे छुपा हुआ गुरु साहिब हमें खुशियों का आशीर्वाद हमे मिल सके। ये शब्द जत्थेदार गुरिंदर सिंघ राजा, जो एक ऊधमी समाज सेवक है और पंजाब और पड़ोसी राज्यों में सामाजिक बुराइयों को जड़ से खत्म करने और सिख धरम के प्रचार और विस्तार के लिए काफ़ी लंबे समय से प्रयासरत है, ने बाबा बकाला के पास भेनी बदेशे गाव में धरम परचार दोरान सिख संगतों को संबोधन करते हुए कहे ।
गुर फतेह वेलफेयर सोसाइटी (रजि.) के मुखी जत्थेदार गुरिंदर सिंघ राजा की और से चलाई जा रही गुर फतेह गुरमत प्रचार लहर दोरान हज़ारों गावों में प्रचार तहत लाखों लोगों ने केश रखने का प्रण किया और हज़ारों की संख्या में लोग नशा त्याग कर, अमृत पान करके गुरु के सिख बने है ।
इसी अभियान के तहित आज 143वे गेड़ के समागम भेनी बदेशे गाँव के गुरद्वारा शहीद बाबा जीवन सिंघ जी में गुरद्वारा प्रबंधक कमेटी और नगर की संगत के सहयोग से करवाए गए ।
इस अवसर पर सुबह अमृत वेले से प्रचार फेरी निकाली गई जिसमे गुर फतेह संस्था के मुखी गुरिंदर सिंघ राजा ने घर-घर जा कर सिख संगत को पाखंडी बाबे, नशा, भरुण हत्या, औरतों विरुद्ध अत्याचार, केश क़तल, दहेज, आदि सामाजिक कुरीतिओं से बचने के लिए प्रेरा और अमृत छक कर गुरु वाले बनने के लिए कहा । प्रचार फेरी दोरान जिन नोजवानों ने केश रखने का प्रण किया, उन्हें गुरु की बख़्शीश ‘सिरोपाओ’ दे कर सन्मानित किया गया ।
इस उपरांत गुरद्वारा साहिब में विशाल कीर्तन दीवान दोरान गुर फतेह संगीत अकैडमी के विद्यार्थिओ और कोआर्डिनेटर बीबी सुखजीत कौर, बीबी कवलप्रीत कौर और कविशरी जत्थों ने संगत को गुरवानी जस से निहाल किया ।
इस उपरांत गुरद्वारा साहिब में सिख पंथ के महान तख़्त श्री अकाल तख़्त साहिब से विशेष रूप से पहुँचे पाँच प्यारे साहिबान द्वारा अमृत संचार किया गया जिसमे बड़ी संख्या में संगत ने अमृत पान किया । इस अवसर पर अमृत छकने वाली संगत को मुफ़्त ककार दिये गये ।
इस मोके पर गुर फतेह संस्था के निर्देशक और जत्थेदार गुरिंदर सिंघ राजा के मीडिया सलाहकार हरकीरत सिंघ पारस ने प्रेस को सूचित किया कि भविष्य में पंजाब के हर गाँव और क़स्बे तक पहुँच करके नागरिकों को सामाजिक कुरीतिओं और अंधविश्वश से जागरूक करवाने के लिए विशेष समागम आयोजित किए जायेगे । इनके साथ भाई फतेह सिंघ हरजी, भाई सुखदेव सिंघ ठेकेदार, भाई जगप्रीत सिंघ, भाई गुरप्रीत सिंघ, भाई दिलबाग सिंघ, भाई नरिंदर सिंघ तथा अन्य साख़्शियतें उपस्थित थी ।

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